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राफेल एम – सरल भाषा में – जो आठवें कक्षा का छात्र भी समझ सके

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Rafael M

राफेल एक इज़राइली रक्षा प्रौद्योगिकी कंपनी है।
यह कंपनी उच्च तकनीक वाले सैन्य उपकरण जैसे मिसाइलें, रक्षा प्रणालियाँ (जैसे ‘आयरन डोम’) और नौसेना से संबंधित (जहाजों हेतु) हथियार बनाती है।

अब बात करते हैं “राफेल एम” की —
यहाँ “एम” का अर्थ “मरीन” (Marine) या “मैरीटाइम” (Maritime) हो सकता है। राफेल जहाजों और नौकाओं के लिए अत्याधुनिक हथियार और रक्षा प्रणालियाँ बनाती है। इनका उद्देश्य नौसेना के जहाजों की रक्षा करना, शत्रु के जहाजों, पनडुब्बियों और ड्रोन से लड़ना तथा समुद्र तटीय क्षेत्रों को सुरक्षित रखना है।

राफेल एम की क्षमताओं में सम्मिलित हैं:

  • ऐसी मिसाइलें जो दूर से ही शत्रु के जहाजों को नष्ट कर सकती हैं। (उदाहरण: “सी ब्रेकर” मिसाइल)
  • ऐसी रक्षा प्रणालियाँ जो दुश्मन की आने वाली मिसाइलों, ड्रोन या विमानों को जहाज तक पहुँचने से पहले ही नष्ट कर देती हैं। (उदाहरण: “सी-डोम” — जो कि जहाजों के लिए आयरन डोम का संस्करण है)
  • ऐसी प्रणालियाँ जो जहाज के हथियारों को स्वचालित रूप से नियंत्रित करती हैं, जिससे नाविकों को तेजी से और अधिक सटीक निशाना साधने तथा फायरिंग करने में सहायता मिलती है।
  • पानी के भीतर सुरक्षा प्रदान करने वाले उपकरण, जो दुश्मन की पनडुब्बियों और समुद्री खदानों का पता लगाने में मदद करते हैं।
  • इलेक्ट्रॉनिक युद्ध उपकरण, जो दुश्मन के रडार और संचार प्रणालियों को जाम या भ्रमित करते हैं। (जिससे दुश्मनों के लिए जहाज को ढूंढना या निशाना बनाना कठिन हो जाता है।)
  • तटीय रक्षा प्रणालियाँ — ऐसी स्मार्ट हथियार प्रणालियाँ जो समुद्र या वायु मार्ग से होने वाले हमलों को रोकने के लिए तटरेखा पर स्थापित की जाती हैं।

कल्पना कीजिए:
आपके पास एक जहाज है। राफेल आपको एक ऐसी ढाल देता है जो आने वाले तीरों (मिसाइलों) को रोकती है, एक तलवार देता है जिससे आप दुश्मन के जहाजों पर वार कर सकते हैं (मिसाइलें और बंदूकें), ऐसी आंखें देता है जो पानी के नीचे दुश्मनों को देख सकती हैं (सोनार), और एक ऐसा हेलमेट देता है जो आपको दुश्मन के रडार से अदृश्य कर देता है (इलेक्ट्रॉनिक युद्ध)।
यही है राफेल एम की क्षमताओं का सार।

इलेक्ट्रॉनिक युद्ध (Electronic Warfare – EW) क्या है?

आज के युद्ध केवल बंदूकों और मिसाइलों पर आधारित नहीं हैं। अब युद्ध में दुश्मन के संकेतों को जाम करना, उनके रडार से छिपना, उनके संचार को भ्रमित करना और उनके हथियारों को लक्ष्य चूकने के लिए धोखा देना भी शामिल है।

इलेक्ट्रॉनिक युद्ध को इस प्रकार समझिए — यह अदृश्य हथियारों से युद्ध है, जिसमें गोलियों के बजाय संकेत, रेडियो तरंगें और हैकिंग का प्रयोग होता है।

राफेल एम के इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली क्या करती हैं:

दुश्मन के संकेतों का पता लगाना:
राफेल की प्रणालियाँ जहाज के चारों ओर के रेडियो, रडार और संचार संकेतों को “सुनती” हैं।
यदि कोई दुश्मन अपने रडार से आपके जहाज को ढूंढने की कोशिश कर रहा हो, तो राफेल की प्रणाली उसे बहुत दूर से ही पहचान लेती है, इससे पहले कि वे आपको देख सकें।

दुश्मन के रडार और संचार को अवरुद्ध करना (“जैमिंग”):
राफेल की प्रणाली शक्तिशाली नकली संकेत भेजती है, जिससे दुश्मनों के रडार अंधे हो जाते हैं — जैसे किसी की आंखों में तेज टॉर्च की रोशनी मारना।
यह दुश्मन के रेडियो संचार को भी बाधित कर सकती है, जिससे उनके जहाज, विमान या ड्रोन आपस में सही तरीके से संवाद नहीं कर पाते।

आने वाली मिसाइलों को भ्रमित करना (“डिकॉयंग”):
यदि कोई मिसाइल जहाज की ओर आ रही हो (रडार या तापीय संवेदकों द्वारा निर्देशित), तो राफेल की इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली मिसाइल को यह विश्वास दिला सकती है कि जहाज कहीं और है — जैसे इलेक्ट्रॉनिक संकेतों से एक “भूतिया जहाज” बनाना।
मिसाइल उस भूतिया लक्ष्य का पीछा करती है और असली जहाज बच जाता है।

अदृश्य बने रहना (“स्टील्थ मोड”):
राफेल की प्रणालियाँ जहाज की अपनी विद्युत चुम्बकीय पहचान को कम कर सकती हैं, जिससे जहाज रडार पर दिखाई नहीं देता।
यह कुछ वैसा है जैसे कोई व्यक्ति वर्दी पहनकर जंगल में छिप जाए — परंतु यहाँ छिपना दृश्य नहीं, बल्कि इलेक्ट्रॉनिक स्तर पर होता है।

राफेल एम के इलेक्ट्रॉनिक युद्ध उत्पादों के उदाहरण:

C-GEM:
यह जहाज से छोड़ा जाने वाला एक “जादुई फ्लेयर” है।
यह हवा में एक बड़ा नकली रडार संकेत बनाता है, जिससे दुश्मन की मिसाइलें असली जहाज की बजाय नकली लक्ष्य का पीछा करती हैं।

SEWS-DV (शिपबोर्न इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सूट):
यह जहाज की “इलेक्ट्रॉनिक दुनिया में कान और ढाल” है।
यह दुश्मन के रडार को सुनता है, दुश्मन की प्रणालियों को जाम करता है और आवश्यकता पड़ने पर अपने आप डिकॉय छोड़ता है।

एडवांस्ड डिकॉय लॉन्चर्स:
ये ऐसे सिस्टम हैं जो हमले के समय नकली संकेत (जैसे फ्लेयर्स या रडार “भूत”) छोड़ते हैं, ताकि असली जहाज सुरक्षित रहे।

एक उदाहरण से समझिए:

कल्पना कीजिए आप एक अंधेरे जंगल में हैं और शिकारी आपको टॉर्च लेकर ढूंढ रहे हैं।

  • राफेल की प्रणालियाँ उनके कदमों की आहट सुन लेती हैं, इससे पहले कि वे आपको देखें।
  • फिर ये उनकी टॉर्चों को अंधा कर देती हैं ताकि वे कुछ न देख सकें।
  • और अंत में, ये आपकी एक नकली प्रतिमा झाड़ियों में फेंक देती हैं, ताकि शिकारी गलत दिशा में दौड़ जाएं — और आप सुरक्षित बच निकलें।

यही कार्य राफेल एम की इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणालियाँ समुद्र में करती हैं — जहाजों, मिसाइलों और रडार के बीच!

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